अक्टूबर 2016 का जय-विजय अंक |
ई पत्रिका 'जय विजय' के माह अक्टूबर के अंक में 'गौरैया' पर बाल गीत पृष्ठ 22 पर एवं नवम्बर 2016 के अंक में आकुल की गीतिका ''हमारे देश पर रक्षा की जब जब बात आई है। जवानों ने वतन के वास्ते जाँँ तक लुटाई है'' पृष्ठ 12 प्रकाशित हुई है। अंतिम पृष्ठ पर 'अहिसास' द्वारा विद्योत्तमा पुरस्कार के साथ साथ 'आकुल' की सद्य प्रकाशित पुस्तक 'जब से मन की नाव चली' का लोकार्पण हुआ था, उसके समाचार भी प्रकाशित हुए हैं.
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