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'सहज' को 'विद्यासागर' से सम्मानित करते प्रतिकुलपति |
उज्जैन।14-12-2013। चक्रतीर्थ के नाम से प्रख्यात महाकाल की नगरी उज्जैन के प्रख्यात मौनतीर्थ आश्रम के चित्रकूट प्रांगण में आयोजित विक्रमशिला हिन्दी विद्यापीठ, ईशीपुर, गांधीनगर, भागलपुर बिहार के 18वें अधिवेशन में पूरे भारत से पधारे सैंकड़ों साहित्यकारों, विद्वानों के मध्य 'आकुल' की पुस्तक 'अब रामराज्य आएगा का लोकार्पण हुआ। कोटा राजस्थान
से डा0 रघुनाथ मिश्र 'सहज' को विद्यासागर से सम्मानित किया गया। 'आकुल' को भी इस समारोह में 'भारतीय भाषा रत्न' से सम्मानित किया गया। 12 दिसम्बर से 14 दिसम्बर तक चले इस अधिवेशन में
पूरे देश से पधारे साहित्यकारों को भारत गौरव, समाजसेवी रत्न, विद्या वाचस्पति, साहित्य शिरोमणि, महाकवि आदि सम्मानों से सम्मानित किया गया। इस अधिवेशन में कई साहित्यकारों की स्वरचित, सम्पादित पुस्तकों, पत्र-पत्रिकाओं, शोधग्रंथों आदि का भी विमोचन किया गया। सम्मानस्वरूप उन्हें प्रशस्तिपत्र, पीठ की शोध पत्रिका 'पीठ वार्ता', आश्रम की पत्रिका मानस वंदन एवं स्वर्ण, रजत व ताम्र पदक प्रदान किये गये।
CONGRATULATIONS 'AAKUL'
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